मासूम अदाएं तेरी ना जाने क्या इशारा कर रही हैं,
ख़ामोश चुप्पी तेरी ना जाने क्या बयां कर रही हैं,
ज़रा पास आकर अपनी खुशबु से मेरे रोजमर्रा को सुगंधित कर दो न ।।❤️💕
ख़ामोश चुप्पी तेरी ना जाने क्या बयां कर रही हैं,
ज़रा पास आकर अपनी खुशबु से मेरे रोजमर्रा को सुगंधित कर दो न ।।❤️💕
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