तुझसे मिलने के बाद मैं ऐसा हो गया हूं
जैसे वृक्षों से निकली एक मधुर, प्यारी हवा अपने अंतिम पड़ाव पहाड़ों में मिल जाती है , मैं भी तुझसे मिलकर अपने अंतिम पड़ाव तक पहुंच गया हूं ।।💕💕
जैसे वृक्षों से निकली एक मधुर, प्यारी हवा अपने अंतिम पड़ाव पहाड़ों में मिल जाती है , मैं भी तुझसे मिलकर अपने अंतिम पड़ाव तक पहुंच गया हूं ।।💕💕
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