मासूम अदाएं तेरी ना जाने क्या इशारा कर रही हैं, ख़ामोश चुप्पी तेरी ना जाने क्या बयां कर रही हैं, ज़रा पास आकर अपनी खुशबु से मेरे रोजमर्रा को सुगंधित कर दो न ।।❤️💕
बातों ही बातों में नजदीकियां कम होने लगीं चारों ओर बस तू ही तू महसूस होने लगी , हर एक ख्वाब में तू रहने लगी , हर एक सांस में , हर एक काम में , जिंदगी के हर एक पन्नो पर तेरा ही नाम होने लगा ।।💕
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